मूळ हिंदी गीतकारः भरत व्यास, गायकः लता मंगेशकर / मन्ना डे, संगीतः लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
चित्रपटः सती-सावित्री, सालः १९६४, भूमिकाः महिपाल, अंजनादेवी
मराठी अनुवादः नरेंद्र गोळे २०१२१२१६
॥ धृ ॥ |
तुम गगन के चंद्रमा हो
मै धरा की धूल हूँ तुम प्रणय के देवता हो मै समर्पित फूल हूँ तुम हो पूजा मै पुजारी तुम सुधा मै प्यास हूँ |
तू नभीचा चंद्रमा असशी धरेची धूळ मी तू प्रणय देवच तुझ्यावरती समर्पित फूल मी तूच पूजा, मी पुजारी तू सुधा अन् तहान मी |
॥ १ ॥ |
तुम महासागर की सीमा
मै किनारे की लहर तुम महासंगीत के स्वर मै अधुरी सांस पर तुम हो काया मै हूँ छाया तुम क्षमा मै भूल हूँ |
तू महासागर-किनारा अन् तटीची लाट मी तू महा संगीत-स्वर हे अन् अपूरा श्वास मी देह तू, तव सावली मी तू क्षमा अन् चूक मी |
॥ २ ॥ |
तुम उषा की लालिमा हो
भोर का सिंदूर हो मेरे प्राणो की हो गुंजन मेरे मन की मयूर हो तुम हो पुजा मै पुजारी तुम सुधा मै प्यास हूँ |
तू उषेचा लालिमा असशी उषेचे कुंकू तू माझ्या प्राणांचे तू गुंजन मनमयूरही तूच तू तूच पूजा, मी पुजारी तू सुधा अन् तहान मी |