मूळ हिंदी गीतकार: साहिर लुधियानवी,
संगीतकार: ओंकार प्रसाद नय्यर, गायक: महंमद रफी
चित्रपटः तुमसा नहीं देखा, भूमिकाः शम्मी कपूर, अमिता
मराठी अनुवादः नरेंद्र गोळे २००७०८१०
॥
धृ
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यूँ तो हमने लाख
हंसीं देखे हैं
तुमसा नहीं देखा, हो, तुमसा नहीं देखा
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मी तर असल्या लाख पर्या पाहील्या
तुजपरी न पाहीली, हो, तुजपरी न पाहीली
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१
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उफ़ ये नज़र उफ़ ये
अदा
कौन न अब होगा
फ़िदा
ज़ुल्फ़ें हैं या
बदलियां
आँखें हैं या
बिजलियां
जाने किस किसकी
आएगी कज़ा
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उफ ही नजर, उफ ही लकब
कोण न मग होईल फिदा
ह्या बटा की मेघिनी
ही नजर विद्युल्लता
जाणे कुणा कुणावर कोसळे अता
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॥
२
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तुम भी हंसीं रुत
भी हंसीं
आज ये दिल बस में
नहीं
रास्ते ख़ामोश हैं
धड़कने मदहोश हैं
पिये बिन आज हमे
चढा हैं नशा
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तू सुरेख, ऋतूही सुरेख
मन न हे काबुत असे
रस्ते हे चिडिचूप कसे
स्पंदने भरती पिसे
प्यायल्या वाचून, मला चढे ही नशा
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॥
३
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तुम न अगर बोलोगे
सनम
मर तो नहीं जाएंगे
हम
क्या परी या हूर
हो
इतनी क्यूँ मग़रूर
हो
मान के तो देखो
कभी किसीका कहा
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तू न अगर, बोलशी जरी
मरून तर न जाईन मी
तू परी की देवता?
का अशी मग्रूरता?
ऐकून तर पाहा कधी कुणाचे जरा
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