मूळ हिंदी गीतः मजरूह सुलतानपुरी, संगीतः चित्रगुप्त, गायकः किशोर, लता
चित्रपटः गंगा की लहरें, सालः १९६४, भूमिकाः किशोरकुमार, धर्मेंद्र,
अरुणा इराणी, सावित्री
मराठी अनुवादः नरेंद्र गोळे २०२४१२३१
धृ
|
आ आ आ, आ आ
|
ल
|
आ आ आ,
आ आ
|
|
ओ हो हो, हो हो
मचलती हुई, हवा में छम छम हमारे संग संग चलें, गंगा की
लहरें
|
कि
|
ओ
हो हो, हो हो
उसळती अशा, हवेत छम छम चालती संग आमच्या, या गंगेच्या लहरी
|
|
ओ, ज़माने से कहो, अकेले नहीं हम हमारे संग संग चलें, गंगा की
लहरें
|
ल
|
ओ, जगाला हे म्हणा, एकटे ना आम्ही चालती संग आमच्या, या गंगेच्या लहरी
|
|
मचलती हुई, हवा में छम छम हमारे संग संग चलें गंगा की लहरें ज़माने से कहो, अकेले नहीं हम हमारे संग संग चलें, गंगा की
लहरें
|
कोरस
|
उसळती अशा, हवेत छम छम चालती संग आमच्या, या गंगेच्या लहरी ओ, जगाला हे म्हणा, एकटे ना आम्ही चालती संग आमच्या, या गंगेच्या लहरी
|
१
|
हरियाली सी, छा जाती है छाँव में इन के आँचल की
|
कि
|
हिरवळ सगळी, पसरत जाते गंगेच्या पदरात इथे
|
|
सर को झुका के, नाम लो इन के ये तो है शक्ती निरबल की हिमालय ने भी चूमे हैं इन के क़दम
|
ल
|
नम्र होऊनी, नाव हिचे घ्या ही तर दुर्बळाचीही शक्ती हिमालयाने सदा स्पर्शिले हिचेच चरण
|
२
|
सुख में डूबा, तन मन उस का आया जो इन के, आँगन में
|
ल
|
सुखात भिजले, तन मन त्याचे आला हिच्या या, अंगणी जो
|
|
प्यार का पहला दर्पन देखा दुनिया ने इन के दर्शन में के यूँ ही नहीं खाते हम इन की क़सम
|
कि
|
प्रेमाचा पहिला आरसा पाहते हिच्याच जळी जग सारेची उगाच नाही घेत शपथ आम्ही प्रत्यही हिच्या चरणांची
|
३
|
साथ दिया है, इन लहरों ने जब सब ने मुँह फेर लिया
|
कि
|
साथ दिली आहे या लहरींनी कुणी न सोबत केली तवा
|
|
और कभी जब, ग़म की जलती धूप ने हम को घेर लिया तो आओ इन के ही क़दमों में झुक जाएं हम
|
ल
|
आणि कधी जव, दुःख कोसळे आम्हाला जणू घेरुनीही तेव्हा या मग हिच्याच चरणी होऊ आम्ही नतमस्तक
|