मूळ हिंदी गीतः साहिर, संगीतः ओ.पी.नय्यर, गायकः रफी, आशा
चित्रपट: नया दौर, सालः १९५७, भूमिकाः दिलिपकुमार, वैजयन्तीमाला, अजीत
मराठी अनुवादः नरेंद्र गोळे २००८०६१२
१ |
उड़ें जब जब ज़ुल्फ़ें
तेरी |
आशा |
उडे जेव्हा जेव्हा बट ती तुझी रे |
२ |
हों जब ऐसे चिकने
चेहरे |
रफ़ी |
असती नितळ इतके चेहरे |
३ |
हो, रुत प्यार करन की आई |
आशा |
ऋतू प्रेमालापाचा आला |
४ |
कभी डाल इधर भी फेरा |
रफ़ी |
कधी इकडेही कर तू फेरी |
५ |
हो, उस गाँव से सँवर कभी सद्क़े |
आशा |
त्या गावात वसू मी कशी रे |
६ |
पानी लेने के बहाने
आजा |
रफ़ी |
पाणी आणण्यासाठी तू ये ना |
७ |
हो, तुझे चाँद के बहाने देखूँ |
रफ़ी |
चंद्र पाहतो म्हणून तुज पाहू |
८ |
अभी छेड़ेंगे गली
के सब लड़के |
आशा |
आता चिडवतील मुलगे शेजारचे |
९ |
हो, तेरी चाल है नागन जैसी |
रफ़ी |
तुझी चाल आहे नागिणी जैशी |
१० |
जायेँ कहीं भी मगर
हम सजना |
आशा |
जावो कुठेही मी माझे सजणा |
११ |
ओ, दिल लेके दगा देंगे |
रफ़ी |
ओ, मन घेऊन, दगा देतील |
१२ |
दुनिया को दिखा देंगे |
रफ़ी |
दुनियेला दाखवून देऊ |