गीतकार:
शैलेन्द्र, संगीतकार: शंकर जयकिशन, गायक: लता मंगेशकर, 
चित्रपट:
असली नकली, साल: १९६२, कलाकार: देवानंद, साधना
मराठी अनुवादः नरेंद्र गोळे २०१७१२२७
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॥ 
धृ 
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तेरा मेरा प्यार अमर  
फिर क्यो मुझको लगता
  है डर मेरे जीवन साथी बता 
क्यो दिल धड़के रह रह
  कर | 
तुझी माझी प्रीत अमर भीती का मज वाटे परी मग 
माझ्या जोडीदारा तू सांग 
का धडधड ही वाढे तरी मग | 
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१ 
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क्या कहा है चाँद ने 
जिसको सुन के चाँदनी 
हर लहर पे झूम के  
क्यो ये नाचने लगी 
चाहत का है हरसू असर  
फिर क्यो मुझ को लगता है डर | 
काय म्हणाला चंद्रमा 
जे ऐकून कौमुदी 
हर लहरीवर नाचते 
कशाला नाचू लागली 
आवडीचा चौफेर बहर  
भीती का मज वाटे परी मग  | 
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॥ 
२ 
॥ | 
कह रहा है मेरा दिल  
अब ये रात ना ढले खुशियों का ये सिलसिला 
ऐसे ही चला चले तुझ को देखू, देखू जिधर 
फिर क्यो मुझ को लगता है डर | 
सांगते आहे माझे मन 
आता ही रात्र सरो मुळी न 
आनंदाची ही वाटचाल 
अशीच चालत राहो बस 
तुझा जिथे जिथे वावर 
भीती का मज वाटे परी मग  | 
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॥ 
३ 
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है शबाब पर उमंग  
हर खुशी जवान है मेरे दोनो बाहों में 
जैसे आसमान है चलती हू मैं तारों पर 
फिर क्यो मुझ को लगता है डर | 
यौवनावरती हुरूप 
आनंद हर युवा असे 
माझ्या दोन्ही बाहूंत 
जणू की आसमान हे 
चालते मी जणू तार्यांवर 
भीती का मज वाटे परी मग  | 
